Thursday, November 21, 2024 at 10:47 PM

सोना 1300 रुपये गिरकर 81100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर, चांदी 4600 रुपये लुढ़की

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, स्टॉकिस्टों और खुदरा विक्रेताओं की ताजा बिकवाली के चलते सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे आ गईं और 1,300 रुपये की गिरावट के साथ 81,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गईं। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली इस बहुमूल्य धातु का भाव गुरुवार को 82,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर था, जो इसका सर्वकालिक उच्च स्तर है।

चांदी पर भी दिखा बिकवाली का दबाव
चांदी भी सोमवार को बिकवाली के दबाव में रही और इसकी कीमत 4,600 रुपये की गिरावट के साथ 95,000 रुपये के स्तर से नीचे 94,900 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। गुरुवार को चांदी 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

व्यापारियों ने कहा कि स्थानीय बाजारों में आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की कमजोर मांग के कारण सोने की कीमतों पर असर पड़ा। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 1,300 रुपये घटकर 80,700 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। गुरुवार को पिछले सत्र में सोना 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो इसका अब तक का उच्चतम स्तर है।

एमसीएक्स पर दिसंबर डिलिवरी वाला सोने का अनुबंध चढ़ा

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोमवार को वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 329 रुपये यानी 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,538 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।

बाजार के जानकारों के अनुसार, “सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया क्योंकि कॉमेक्स सोने को 2,730 अमेरिकी डॉलर के आसपास समर्थन मिला, लेकिन 2,750 अमेरिकी डॉलर से ऊपर जाने में संघर्ष करना पड़ा।”

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से पहले बाजार में मिश्रित भावना की उम्मीद

एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी व करेंसी के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा, “अगले दो दिनों में अमेरिकी चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, जिससे बाजार सहभागियों में मिश्रित धारणा रहने की उम्मीद है, इसके परिणामस्वरूप एमसीएक्स में कारोबार 78,000 रुपये से 79,000 रुपये के बीच सीमित दायरे में रहने की संभावना है।”

Check Also

वैश्विक बाजार में खाद्य तेलों की कीमत बढ़ने से महंगी हुई थाली; यूएन खाद्य एवं कृषि संगठन की रिपोर्ट

खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के कारण अक्तूबर और उसके बाद भी वैश्विक …