रंगमंच, हिंदी सिनेमा और ओटीटी की दुनिया में नाम कमा चुके मनोज बाजपेयी ने हमेशा ही अपनी शालीनता भरी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता है। कला के इन माध्यमों में बल्कि तमिल और तेलुगू फिल्मों में भी मनोज बाजपेयी की अच्छी पकड़ रही है।
मनोज बाजपेयी सिर्फ एक्टर ही नहीं, बल्कि खुद में ही एक्टिंग का इंस्टीट्यूट हैं। अभिनेता ने हाल ही में अपने बचपन की कुछ यादों को ताजा किया है, जब वह और उनके भाई-बहन भांग के नशे में चूर हो गए थे।
इस दौरान उन्होंने अपने बचपन की यादों को ताजा किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि भांग उनके बचपन का एक हिस्सा था। उन्होंने बताया कि एक बार होली के दौरान जब वह आठ-नौ साल के थे, तब उनके पिता ने अभिनेता को आधा गिलास ठंडाई दे दी, जिसमें भांग मिली थी। इस बात से उनकी मां बहुत नाराज हुई थीं, क्योंकि पिता ने मां की स्वीकृति के बिना इतनी छोटी उम्र में भांग दे दी थी।
भांग खाने के बाद आगे क्या हुआ, जब इसपर उनसे सवाल किया गया तो अभिनेता ने बड़ी ही मजेदार बात बताई। उन्होंने कहा कि उनके घर पर छह भाई-बहन थे, तो जब भी मटन बनता था तो तीन किलो तक बनाते थे। मां ने एक शब्द भी नहीं कहा, क्योंकि सब भांग के नशे में चूर थे और झूम रहे थे।