‘बड़ा गामा पहलवान बन रहा है’. एक दौर था, जब किसी भी शख्स की ताकत को बताने के लिए यह जुमला इस्तेमाल होता था. इनके जन्मदिन के मौके पर गूगल ने इनका डूडल बनाकर इन्हें याद किया है.
घर-घर में यह नाम गूंजता था. आज उसी गामा पहलवान का 144वां जन्मदिन है. कुश्ती की दुनिया में गामा पहलवान का कद कितना बड़ा था,गामा पहलवान के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं, इनका असली नाम क्या था, अपने जीवन में कौन से रिकॉर्ड बनाए और लंदन में इनका चयन क्यों नहीं हुआ था ?
आज ही के दिन यानी 22 मई, 1878 को अमृतसर के जब्बोवाल गांव में द ग्रेट गामा या गामा पहलवान का जन्म हुआ था. वो एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार से आते थे और उनके पिता मुहम्मद अजीज बक्श दतिया के तत्कालीन महाराजा भवानी सिंह के दरबार में कुश्ती लड़ा करते थे.
कम उम्र से पहलवानी में जोर दिखाने वाले गामा ने अपने क्षेत्र के कई जाने-माने पहलवानों को धूल चटा दी. यही वजह थी कि कम उम्र में उनका नाम देश के कोने-कोने में फैलने लगा लगा. भारत में अपनी पहचान बनाने के बाद 1910 में उनहोंने लंदन का रुख किया.